हम में से ज्यादातर लोगों को शेयरों में निवेश करते समय विशेषज्ञों की मदद की ज़रूरत पड़ती है । विशेषज्ञों से मदद लेना उचित ही है, क्योंकि हमारे पास आम तौर पर शेयरों में सीधे निवेश करने की विशेषज्ञता और जरूरी समय की कमी होती है।

(अधिक विवरण के लिए पढ़ें शेयरों में प्रत्यक्ष निवेश बनाम म्युचुअल फंड“)

म्युचुअल फंड / Mutual Fund (MF)

विशेषज्ञ की मदद पाने के लिए म्युचुअल फंड (म्यूच्युअल फंड) का प्रयोग सबसे आसान तरीका है। वे बहुत सारे छोटे निवेशकों से पैसा जमा कर उनकी ओर से सामूहिक निवेश करते हैं।

लेकिन इसका यह मतलब भी है कि वे सभी समस्याओं का एक ही समाधान वाला दृष्टिकोण अपनाते हैं। बेशक, आप के पास कई म्युचुअल फंड योजनाएँ चुनने के लिये होती हैं, और प्रत्येक का निवेश का अपना तरीका होता है। लेकिन फिर भी, जब आप एक बार एक योजना को निवेश के लिये चुन लेते हैं, तो आप एक बड़ी भीड़ का हिस्सा बन जाते हैं।

अगर आप के पास एक बड़ा कोष या बड़ी राशी निवेश के लिए है, और आप विशेष ध्यान चाहते हैं, तो आप क्या कर सकते हैं? क्या आपको नहीं लगता है कि आप जब एक बड़ी राशि का निवेश करने जा रहे हैं तब आप अधिक ध्यान देने के लायक हैं? क्या बड़े निवेशकों के लिए और कोई विकल्प उपलब्ध है?

पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवा / पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विस / Portfolio Management Service (पीएमएस / PMS)

हाँ , है और उसको पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवा (पीएमएस) कहा जाता है। यदि म्युचुअल फंड (MF – एमएफ) एक फास्ट फूड दुकान है जो एकरूप खाना देती है, पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवा (पीएमएस) की सेवा एक ऐसा रेस्तरां है जो आप की पसंद के हिसाब से भोजन देता है!

पीएमएस अपेक्षाकृत बड़े निवेशकों के लिए होता है वे लोग जिनका पोर्टफोलियो औसत निवेशक से काफी बड़ा होता है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) (Securities and Exchange Board of India – SEBI) के आदेशनुसार एक पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवा (पीएमएस) के लिए आवश्यक निवेश कम से कम 5 लाख रू का होना चहिए।

और यह केवल न्यूनतम राशी है बड़ी ब्रोकरेज फर्म न्यूनतम 25 लाख से 1 करोड़ रु के निवेश पर ही पीएमएस की सेवा देती हैं। बेशक, कुछ फर्म 5 लाख रुपये के निवेश के लिए पीएमएस की पेशकश करती हैं , लेकिन ये छोटी कंपनियां हैं। तो, निष्कर्ष यह है की पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवा (पीएमएस) बड़े निवेशकों के लिए है।

एक बड़े निवेशक के रूप में आपके साथ क्या विशेष व्यवहार होता है?

सबसे बड़ा लाभ यह है कि आपके पैसों का निवेश आपकी अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप होता है। निवेश को आवश्यकताओं के अनुसार किस हद तक ढाला जाय यह पीएमएस सेवा देने वाली कंपनी पर निर्भर करता है यह एक मानक पोर्टफोलियो के कुछ अनुकूलन (customization) से लेकर निवेश को पूरी तरह से अनुकूलित करने तक हो सकता है। यह ध्यान देने योग्य बात है कि अनुकूलन का स्तर आम तौर पर पीएमएस प्रदाता द्वारा निर्धारित न्यूनतम निवेश के साथ ऊपर जाता है जितना ज़्यादा न्यूनतम निवेश, अनुकूलन उतना ही ज़्यादा।

पीएमएस के ग्राहकों को आम तौर पर एक समर्पित पोर्टफोलियो प्रबंधक (dedicated portfolio manager) मिलता है। इसका मतलब है कि जब भी आप अपने पोर्टफोलियो के बारे में बात करना चाहें, आप के पास कोई न कोई होगा जिससे आप बात कर सकें। और एक म्युचुअल फंड (एमएफ) के हेल्पलाइन के विपरीत आप आपके निवेश के बारे में हमेशा एक ही व्यक्ति से बात करते हैं। यह आपके निवेश के लिए एक परिवारिक डॉक्टर (family doctor) की तरह है!

पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवा के प्रकार

जबकि अधिकतर पीएमएस प्रदाताओं के निवेश उनके अनुसंधान और उनके पोर्टफोलियो प्रबंधकों के निर्णय पर आधारित होते हैं (विवेकाधीन पीएमएस / Discretionary PMS), कुछ पीएमएस प्रदाता निवेशकों को कुछ अंश तक अपने निवेश पर सीधा नियंत्रण भी देते हैं (गैर विवेकाधीन पीएमएस / Non-Discretionary PMS)। गैर विवेकाधीन पीएमएस योजनाओं में निवेशक अपने पोर्टफोलियो प्रबंधकों को सलाह दे सकते हैं कि किस शेयर को पोर्टफोलियो में शामिल करना है।

पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवा (पीएमएस) के निवेशकों को निवेश की रिपोर्ट मिलती है। पीएमएस प्रदाता पीएमएस निवेशकों को वेब आधारित रिपोर्टिंग टूल्स (web / internet based reporting tools) उपलब्ध कराते हैं जिसके उपयोग से वे अपने निवेश और उनके प्रदर्शन (performance) की निगरानी कर सकते हैं। यह म्यूच्युअल फंड की तुलना में एक बड़ा फायदा है, जो अपने निवेश की घोषणा 3 महीने में केवल एक बार करते हैं।

शुल्क / भुगतान / Charges / Fees

तो, आप इस विशेष व्यवहार के लिए क्या भुगतान करते हैं?

पीएमएस का शुल्क ढांचा म्यूच्युअल फंड से अलग है। म्यूच्युअल फंड के लिए आपको अपने निवेश का कुछ प्रतिशत का भुगतान एक निश्चित वार्षिक शुल्क के रूप में करना होता है, चाहे योजना का प्रदर्शन कुछ भी हो।

पीएमएस में शुल्क के आम तौर पर दो घटक होते हैं एक निर्धारित वार्षिक घटक, जो आपके निवेश का कुछ प्रतिशत होता है, और एक प्रदर्शनआधारित (performance based) घटक, जो की आपके निवेश के प्रदर्शन पर आधारित होता है। यह प्रदर्शनआधारित घटक आपके लिए उत्पन्न लाभ के कुछ प्रतिशत के रूप में लगाया जाता है। इसका मतलब यह है कि यदि आपका पोर्टफोलियो अच्छा लाभ देता है तो यह शुल्क अधिक होगा, और यदि आपका पोर्टफोलियो अच्छा लाभ नहीं देता, तो यह कम होगा।

बेशक,पीएमएस परिदृश्य तेजी से बदल रहा है, और प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है। इस का मतलब है कि अब बड़ी कंपनियाँ भी कम न्यूनतम निवेश के साथ पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवा (पीएमएस) की पेशकश करने को तैयार हैं। प्रतिस्पर्धा के कारण शुल्क ढांचे को भी बदला जा रहा है और अब कुछ कंपनियाँ बिना किसी वार्षिक निर्धारित शुल्क के, केवल पोर्टफोलियो के प्रदर्शन के आधार पर ही शुल्क ले रही हैं!

यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवा (पीएमएस) कई म्युचुअल फंड से ज्यादा तेजी से बढ़ रही है!

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